ways to clean kidneys in hindi

किडनी को साफ़ रखने के कारगर तरीके

किडनी को साफ़ रखने के कारगर तरीके

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में व्यक्ति के पास खुद के स्वास्थ्य को उचित आहार समय पर उपलब्ध करवाना एवं अभ्यास करने के लिए बिल्कुल भी वक़्त नहीं है जिसकी वजह से एक तरफ तो उसे दैनिक रूप से किसी न किसी तरह की बीमारी का सामना करना पड़ता है जो की उसके शरीर को आंतरिक रूप से बीमार बना रहा है और दूसरी तरफ वह बाह्य तौर पर भी शरीर को नुक्सान पहुंचा रहा है।

जहां एक तरफ दिन-प्रतिदिन बढ़ते हुए प्रदूषण और मिलावटी खान पान की वजह से इंसान किसी न किसी तरह विविध तरह के टॉक्सिन्स के संपर्क में आ रहा हैं और वही दूसरी तरफ इंसान का अनुचित खान पान उसे विभिन्न तरह की बीमारियों से ग्रसित कर रहा है।  और अगर बात की जाये की शरीर का कौनसा अंग ये सब दुष्परिणाम झेल रहा है तो वह है किडनी जो की बीन की शेप की होती है। हमारी ये किडनियाँ दिन-रात हमारे हृदय की तरह कार्य करती रहती है। चाहे फिर अपच खाने को शरीर से निकालना हो या फिर शरीर में फ़िल्टर की तरह कार्य करना हो हमारी किडनी अपनी भूमिका मुख्य रूप से निभाती है।  जब हमारे शरीर में टॉक्सिन्स की मात्रा या फिर कह लीजिए गंदगी की मात्रा ज्यादा बढ़ जाती है तो हमारी किडनियां उस खाने को फ़िल्टर करना बंद कर देती हैं जिसके परिणामस्वरूप किडनी फेलियर, किडनी स्टोन, एवं और भी अन्य किडनी से जुडी समस्याएं हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन जाती है।

  तो आइये दोस्तों देखते है की किस तरह छोटी-छोटी बातों से एवं आदतों से हम अपनी किडनी को स्वस्थ्य रख सकते हैं एवं सुगम एवं सहज जिंदगी का यापन कर सकते हैं।

ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं : अभी तक हमने जितने भी स्वास्थ्य संबंधी ब्लॉग लिखे हैं आपने  देखा होगा पानी की अपनी ही अहमियत एवं मुख्य स्थान है। जैसा की हम सब जानते हैं की बॉडी को डिटॉक्सिफाई रखने के लिए एवं साथ ही साथ किडनी को भी स्वस्थ्य रखने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है की आप दैनिक तौर पर 10-12 गिलास पानी के पिएं जो की आपकी बॉडी में जमे हुए टॉक्सिन्स है उन्हें शरीर से बहार निकालने में एवं किडनी को साफ़ रखने में अत्यंत उपयोगी है। यदि आपके मूत्र में पीलापन है तो समझ लीजिये फ़िल्टरेसन में समस्या हो रही है और यदि आपके मूत्र में ऐसा कोई कलर नहीं है तो आपकी किडनी सही एवं सुचारु रूप से कार्य कर रही है यदि कुछ अपवाद छोड़ दियें जैसे बुखार, मलेरिया,डेंगू इत्यादि। कोल्ड ड्रिंक, कॉफ़ी, और अन्य इसी प्रकार के  तरल पदार्थ को पानी के विकल्प के रूप में न प्रयोग करें।

फलो का सेवन : हमारी प्रकृति में मौजूद विभिन्न तरह के फल हमे विविध तरह की विटामिन, प्रोटीन एवं और भी अन्य पोषक तत्त्व उपलब्ध  जिन्हे हम आमतौर पर अनदेखा कर देते हैं। आपको पता ही होगा की हमारे फ्रूट्स में कितने पोटैशियम से भरपूर फल और सब्ज़ियां है। साइट्रस फल इस मामले में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे फल  शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के स्तर को बनाये रखते हैं परन्तु याद रखिये ज्यादा मात्रा में पोटैशियम का सेवन भी शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। तो फल खाइये एवं उनसे मिलने वाले विभिन्न पोषक तत्वों की मात्रा को नियमित करके उन्हें अपनी आहार में शामिल करें।

बेरीज एवं जौ : जामुन  किडनी को साफ़ करने का काम बखूबी करते हैं। क्रैनबेरी में कुइनाइन नामक पोषक तत्त्व छिपा होता है जो लिवर में होते हुए मेटाबॉलिक परिवर्तनो को नियमित करता है। प्रतिदिन एक क्रैनबेरी या फिर अंगूर का रस किडनी को साफ़ रखने में अहम भूमिका निभाता है। उसी प्रकार बार्ली या फिर दूसरे शब्दों में कह लीजिये जौ, जो की अनाज का ही एक रूप है यह भी किडनी को सामान्य एवं सुचारु रूप से चलने में अहम भूमिका निभाता है। यह सीधे तौर पर किडनी को कोई लाभ नहीं पहुंचाता अन्यथा अन्य रूप से समायोजन करके किडनी को सुचारु रूप से स्वस्थ्य रखेंगे।

 

गोक्षुरा : यदि बात की जाये गोक्षुरा की तो यह एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे शरीर में किडनी को साफ़ रखने के उद्देश्य से बनाया गया है। ये यूरिनरी सिस्टम को संक्रमित होने से बचाता है, ताकि किडनी अपना फ़िल्टर का काम जारी रख सके या फिर स्टोन से पीड़ित लोगो के लिए लाभकारी होता है। इसमें एंटीबायोटिक होता है जो की किडनी को अचानक होने वाले दर्द से राहत देगा एवं किडनी को अपच एवं खाने को फ़िल्टर बनाये रखने के लिए यह भी एक अच्छा विकल्प है।

दवाइयां सिर्फ विशेषज्ञ की निगरानी में : दवाइयां कभी भी मानव का दोस्त नहीं हो सकती या फिर कह लीजिये  होनी भी नहीं चाहिए क्यूंकि इसकी आदत आपको और बीमारियों से ग्रसित कर सकती हैं और जैसा की हम जानते हैं की विविध तरह की दवाइयों के सेवन से हमारी किडनी एवं लिवर पर कितना असर पड़ता है। दवाइयां कभी भी हमारी आहर का हिस्सा नहीं होना चाहिए, और यदि आप दवाइयों को ले भी रहें है तो किसी विशेषज्ञ की देख रेख में ही उसे लें अन्यथा यह आपके लिए विकार बन सकती है। कभी भी किसी तरह की दवाई को यह सोचकर न लें की मेरे मित्र ने इसे लिया था उसे फायदा हुआ था मुझे भी होगा तो यह आपका भ्रम है।

तो दोस्तों एवं प्रियजनों यह थी कुछ छोटी परन्तु आवश्यक जानकारी की किस तरह आप अपनी किडनी को ग्रसित होने से बचा सकते हैं।

उम्मीद करते हैं यह ब्लॉग आपको अवश्य ही पसंद आया होगा।

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